सफेद दाग होने के क्या कारण है?
सफेद दाग में कौन सा साबुन लगाना चाहिए: जैसे की हम बायोलॉजी के सब्जेक्ट में पढ़ते हैं कि हमारी त्वचा के निर्माण में एक पोषक तत्व जिसका नाम मेलेनिन होता है, उसकी गैरमौजूदगी का बहुत बड़ा हाथ सफ़ेद धब्बों या दाग में होता है। यदि हमारे शरीर में मेलेनिन नहीं होगा तो हमारे शरीर में त्वचा जरूर बनेगी, लेकिन वह उस पोषक तत्वों से भरपूर नहीं होगी जो कि मेलेनिन उपस्थिति से होती है। इसीलिए हम यह कह सकते हैं कि मेलेनिन की कमी से हमारे शरीर पर सफेद दाग, काले धब्बे/दाग लगना शुरू हो जाते हैं।
कई बार हमारे शरीर पर लाल धब्बे भी होने लगते हैं। यह दाग इस लिए पैदा होते हैं क्योंकि हमारे शरीर में मेलेनिन की कमी होती है। कई बार यह सफेद धब्बे अनुवांशिकी भी हो जाते हैं। और पीढ़ियों के चलते हमारे शरीर में भी प्रवेश कर जाते हैं। कई बार हमारे माता-पिता से मिलते हैं।
हो सकता है कि हमारे माता-पिता के शरीर पर सफ़ेद दाग ना हुए हो, लेकिन वह हमारे शरीर में हो जाते हैं। और बाद में वह सफेद धब्बे हमारे शरीर पर एलर्जी और इंफेक्शन पैदा करते हैं।
मेलेनिन की कमी को पूरा करने के लिए विटामिन, प्रोटीन, मिनरल्स, और आयरन की कमी शरीर में कभी भी नहीं होनी चाहिए।
सफेद दाग के शुरुआती लक्षण
सफेद दाग के शुरुआती लक्षण बहुत ही अजीब होते हैं-
- इसमें आपको सबसे पहले पूरी त्वचा पर खुजली होने लगती है।
- इसके बाद में आपकी त्वचा पर दर्द होने लगता है।
- इसके बाद में आपकी त्वचा थोड़ी सी उभरी हुई नजर आने लगती है।
- इसके बाद में कुछ समय में ही आपके शरीर पर थोड़ी थोड़ी सी सफेद धब्बे नजर आने लगते हैं, जो कि दूर से देखने पर नजर नहीं आते।
- कुछ दिनों में ही वह धब्बे एकदम सटीक धब्बों का रूप ले लेते हैं और वह सफेद दाग के रूप में अपने शरीर से चिपक जाते हैं।
सफेद दाग कितने प्रकार के होते हैं?
सफेद दाग की दिक्कते दो प्रकार की होती है।
• पहली तो फुंसियों के साथ में
• और दूसरे बिना फुंसियों के
इसका मतलब यह होता है कि कई बार जब सफेद दाग की दिक्कतें हमारी त्वचा पर होती है तो यह हमारे पूरे शरीर पर ही होने लगती है। और पूरे शरीर पर सफेद दाग के चिकन रह जाते हैं। अर्थात सामान्य रूप से बहुत अधिक सफेद दाग हमारी त्वचा पर दिखने लगते हैं। जिसकी वजह से सफेद धब्बे वाली जगह काफी कमजोर हो जाती है। जिस पर खुजली और जलन होने लगती है।
लेकिन कई बार ऐसे सफेद दाग भी होते हैं जिन पर फुंसियां होने लगती है, और वे फुंसियां जब बड़ा रूप लेती है तब उन पर बहुत अधिक दर्द होता है। ऐसे दाग की वजह से हमारी त्वचा पर खराब रिएक्शन भी हो सकता है, जिसे इन्फेक्शन कहा जाता है।
सफेद दाग कौन सा साबुन लगाना चाहिए?
सफेद दाग में कौन सा साबुन लगाना चाहिए: यदि आपको सफेद दाग की दिक्कत है तो आपको कौन सा साबुन इस्तेमाल करना चाहिए, इससे पहले यह जानना जरूरी है कि कौन सा साबुन इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। आपको वे साबुन इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं करने चाहिए जिनमें तेज केमिकल हों। आपको डिटर्जेंट को बिल्कुल भी नहीं छूना चाहिए। आपको ऐसे साबुन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए जिसमें बहुत तेज खुशबू आती हो। और साथ ही आपको डायरेक्ट परफ्यूम, डिओडरेंट, हेयर डाई, पेस्टिसाइड, इन सब का शरीर से सीधा टच नहीं करना चाहिए।
विशेषज्ञों का मानना है कि जिस व्यक्ति को भी सफेद दाग की दिक्कत होती है, उसे कभी भी किसी तेज साबुन को अपने संपर्क में नहीं आने देना चाहिए। अर्थात व्यक्ति को कभी भी सामान्य साबुन से भी नहीं नहाना चाहिए।
साबुन का इस्तेमाल करना ही चाहते हैं तो आपको ऐसे साबुन का इस्तेमाल करना चाहिए जिनमें प्राकृतिक तत्वों की मात्रा अधिक हो, और किसी भी प्रकार के तेज केमिकल की मात्रा बहुत ही कम हो जैसे कि
- पतंजलि की मुल्तानी मिट्टी साबुन
- मार्गो साबुन
- रेक्सोना साबुन
- पीयर्स का ग्लिसरीन साबुन
- डिटोल का साबुन
डिटोल साबुन इस्तेमाल करने से पहले आपको डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।
यह टॉप फाइव साबुन ऐसे हैं जिनका इस्तेमाल आप सामान्य रूप से सफेद धब्बे के दौरान कर सकते हैं या सफेद दाग के दौरान कर सकते हैं।
सफेद दाग हटाने की क्रीम
यदि आपके शरीर पर भी सफेद दाग हो चुके हैं, तो आपको सबसे पहले किसी डॉक्टर की परामर्श लेकर के किसी भी क्रीम या दवाई को इस्तेमाल करना चाहिए।
बिना डॉक्टर की परामर्श कि आपको किसी भी ऐसी दवाई का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए जो आपके हिसाब से आपको सही लगे। क्योंकि आपकी त्वचा के बारे में कोई त्वचा विशेषज्ञ आपसे ज्यादा अच्छा बता पाएगा।
लेकिन इसके अलावा भी कुछ ऐसी क्रीम है जो की अक्सर सफेद धब्बों को मिटाने के लिए या फिर उनका असर कम करने के लिए काम आती है, जैसे कि-
- ल्यूकोडरमा क्रीम
- विटिलिगो क्रीम
- विको टरमरिक क्रीम
- डर्माकोल क्रीम
- कार्टीकोस्टेरॉइड क्रीम
यह टॉप फाइव ऐसी क्रीम हैं जिनका इस्तेमाल सफेद दाग को हटाने के लिए या फिर इनके असर को बहुत अधिक सीमित कर देने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
तुलसी से सफेद दाग का इलाज:
सफेद दाग में क्या नहीं खाना चाहिए?
•सफेद दाग की बीमारी में कभी भी कोई नया धान या फिर मैदा नहीं खानी चाहिए।
• इसमें आपको काबुली चना, देसी चना, या किसी भी प्रकार के मटर का सेवन नहीं करना चाहिए।
• इसमें आपको आलू या फिर किसी अन्य ऐसी सब्जी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए जो कि कंद या फिर मूल हो।
• आपको ऐसे भोजन से बचना चाहिए जो आपके शरीर में किसी भी प्रकार की जलन उत्पन्न कर सकती है या फिर आप का पाचन कम कर सकती है।
• आपको गाय या भैंस के दूध दही का सेवन थोड़ा कम कर लेना चाहिए।
• आपको मांसाहार नहीं करना चाहिए।
• आपको आचार जैसी चीजें या फिर अधिक नमक का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
• आपको कोल्ड ड्रिंक नहीं पीनी चाहिए।
• आपको शराब, फास्ट फूड, डिब्बा-बंद खाद्य पदार्थों का सेवन बिलकुल भी नहीं करना चाहिए।
• इसके अलावा आपको दूध और मछली एक साथ कभी भी नहीं लेना चाहिए।
सफेद दाग के घरेलू उपचार
सफेद दाग का रामबाण इलाज
यदि आपके शरीर पर किसी भी प्रकार से सफेद धब्बे या फिर सफेद दाग आ चुके हैं तो इसे हटाने के लिए आप आयुर्वेदिक रुप से एलोवेरा का इस्तेमाल कर सकते हैं। या फिर शहद का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप शहद में हल्दी मिलाकर के उसका इस्तेमाल कर सकते हैं। आप चंदन, हल्दी, और शहद का इस्तेमाल कर सकते हैं।
यह सारे उपाय सफेद दाग के लिए रामबाण इलाज साबित होंगे। किसी भी सरकारी अस्पताल में जा कर के अपने त्वचा प्रतिरोपण की प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं। अधिकतर सरकारी अस्पतालों में यह प्रक्रिया मुफ्त में करी जाती है।
सफेद दाग की आयुर्वेदिक दवा
सफेद दाग की बीमारी को दूर करने के लिए कई आयुर्वेदिक दवाइयां इस्तेमाल करी जाती है, जिनमें से एक का नाम विको टरमरिक ट्यूब है।
विको टरमरिक ट्यूब पतंजलि के द्वारा बनाई गई एक ऐसी दवाई है जो कि चंदन और हल्दी के मिश्रण से बनी हुई है।
सफेद दाग के दौरान हमारे शरीर में हमारी त्वचा की क्षमता बहुत ही बिगड़ जाती है जिसकी वजह से हमें उन सफेद धब्बों पर यह सफेद दाग पर खुजली तथा दर्द की अनुभूति होती है, इसके लिए उसे सफेद दाग पर पतंजलि की विको टरमरिक क्रीम का इस्तेमाल कर लेना चाहिए और यदि आप इसे 1 महीने तक लगाते हैं तो आपको इससे बहुत अच्छा रिजल्ट देखने को मिल सकता है।
सफेद दाग में कौन सा साबुन लगाना चाहिए?
सफेद दाग के दौरान किसी भी व्यक्ति को वह साबुन जरूर लगाना चाहिए, जिसमें प्राकृतिक तत्वों की मात्रा बहुत अधिक हो, जैसे कि- डिटॉल का साबुन, पियर्स का ग्लिसरीन साबुन, इसके अलावा मार्गो साबुन, रेक्सोना साबुन, या फिर मुल्तानी मिट्टी का साबुन इन सब का इस्तेमाल आपको सफेद धब्बों के दौरान करना चाहिए।
सफेद दाग में दूध पीना चाहिए कि नहीं?
सफेद दाग के दौरान यदि आप एक ऐसा दूध पीते हैं जिसे पचने में बहुत कम समय लगता है, तो उसे आप पी सकते हैं। लेकिन यदि आप गाय से भैंस का दूध पीना चाहते हैं तो आपको सफेद दाग के दौरान गाय का या भैंस का दूध नहीं पीना चाहिए।
सफेद दाग में क्या परहेज करना चाहिए?
यदि आप सफेद दाग की परेशानी से गुजर रहे हैं तो आपको डिटर्जेंट साबुन से परहेज करना चाहिए। किसी भी प्रकार की तेज या फिर केमिकल वाली साबुन में आपको हाथ नहीं डालना चाहिए। आपको भिंडी, टमाटर, नींबू, तेज मिर्ची, तेल, बहुत ज्यादा नमक, इन सब से परहेज करना चाहिए। आपको गाय या भैंस के दूध, दही, पनीर इन सब से परहेज करना चाहिए। आपको कभी भी मछली के साथ में दूध नहीं पीना चाहिए। आपको कभी भी मटर, चना दाल, इन सब का सेवन सफेद दाग के दौरान नहीं करना चाहिए। और आपको इन सब से परहेज करना चाहिए।
सफेद दाग क्यों होते हैं?
मेलेनिन की कमी से सफेद दाग की दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। सफेद दाग अक्सर तब भी हो जाता है जब आप मछली के साथ दूध का सेवन करते हैं। या फिर मटन के साथ में दूध का सेवन करते हैं, इसके अलावा यह अनुवांशिकी भी हो सकता है। और यदि आपके शरीर में आयरन, विटामिन, मिनरल, प्रोटीन इन सभी चीज की कमी है तो आपके शरीर पर सफेद दाग लगना शुरू हो जाएंगे।
निष्कर्ष
सफेद दाग में कौन सा साबुन लगाना चाहिए: आज की डेट में हमने जाना कि सफेद दाग में कौन सा साबुन लगाना चाहिए? इसके अलावा हमें सफेद दाग के शुरुआती लक्षण, सफेद दाग को हटाने की क्रीम, और सफेद दाग में क्या सेवन नहीं करना चाहिए, इसके बारे में हमने सारी जानकारी प्राप्त करी।
इसके अलावा हमने यह भी जाना कि सफेद दाग होने के कारण क्या हो सकते हैं, इसके शुरुआती लक्षण क्या हो सकते हैं, और सफेद दाग के लिए कौन सा साबुन कौन सी क्रीम लगाना चाहिए, क्या नहीं खाना चाहिए, इसके कौन से इलाज हो सकते हैं, यह सब के बारे में आज के लेख में हमने आपको जानकारी दी।
हम आशा करते हैं कि आपको सफेद दाग के संबंध में सारी जानकारी मिल चुकी होगी।
धन्यवाद
Valuebale knowledge, thanks